आपरेशन जागृति 2.O के तहत जनपदीय पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रों में चलाया गया ऑपरेशन जागृति अभियान, गोष्ठी आयोजित कर आमजन को किया गया जागरूक
"जाग्रत, सशक्त एवं स्वावलम्बी नारी ही एक सभ्य, सदृढ़ एवं विकसित समाज का आधार है।"
__________________________
आपरेशन जागृति 2.O के तहत जनपदीय पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रों में चलाया गया ऑपरेशन जागृति अभियान, गोष्ठी आयोजित कर आमजन को किया गया जागरूक।
________________________
अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन आगरा महोदया श्रीमती अनुपम कुलश्रेष्ठ के निर्देशन में महिलाओं एवं बालिकाओं के जागरूकता व स्वावलंबन एवं उनके प्रति होने वाले अपराधों में कमी लाने हेतु चलाए जा रहे "ऑपरेशन जागृति 2.0" अभियान के तहत आज दिनांक 05.07.2024 को *थाना कोतवाली नगर के एपेक्स पब्लिक स्कूल एटा व जे.एल.एन डिग्री कॉलेज एटा, थाना कोतवाली देहात के प्रा0 विद्यालय व जेडएच स्कूल आगरा रोड, थाना बागवाला के प्रा0पा0 बरौली व प्रा0पा0 गढ़ियाहार, थाना मारहरा के द्रोपा देवी पब्लिक स्कूल कस्बा मारहरा व प्रा0वि0 मीरापुर, थाना मिरहची के प्रा0पा0 गोबरा व पूर्व माध्यमिक विद्यालय श्यौराई, थाना पिलुआ के वीरांगना अवंतीबाई इंटर कॉलेज भूपालपुर व श्री नत्थूराम शास्त्री पब्लिक स्कूल गुलाबपुर, थाना सकीट के ग्राम उमेदपुर व श्री राम उमेदपुर, थाना मलावन के एल.बी.एस इंटर कॉलेज कंगरौल तथा आशा देवी सेकेंडरी हाई स्कूल निगोह हसनपुर, थाना रिजोर के प्रा0वि0 कुंवरपुर तथा दयानंद इंटर कॉलेज भरतौली, थाना जलेसर के सरस्वती शिशु मंदिर गोलनगर तथा श्रीमती लौंगश्री देवी इंटर कॉलेज मुसियार, थाना अवागढ़ के प्रा0वि0 गदेशरा व प्रा0वि0 मीसाकला, थाना निधौली कलाँ के प्रा0वि0 जमालपुर गादुरी व प्रा0वि0 नगला बंदी, थाना सकरौली के प्रा0वि0 बाबरपुर व उ0मा0वि0 शाहनगर टिमरूआ, थाना अलीगंज के एमडी पब्लिक स्कूल व लॉर्ड कृष्णा इंटर कॉलेज अलीगंज, थाना जैथरा के प्रताप शिक्षण संस्थान जैथरा व प्रा0वि0 बंधा, थाना राजा का रामपुर के आर0एस0के0डी इंटर कालेज बिलसड़ पुवाया व ग्राम गढ़ी ककोडा, थाना नयागाँव के पीआर राजपूत पब्लिक स्कूल सराय अगहत व ग्राम अलियापुर, थाना जसरथपुर के महामाया बालिका विद्यालय ग्राम महाराजपुर व प्रा0वि0 ग्राम नगला उम्मेद* में गोष्ठी आयोजित कर, महिलाओं एवं बालिकाओं, छात्र एवं छात्राओं तथा क्षेत्र के गणमान्य लोगों से संवाद स्थापित कर उनको जागरूक किया गया, साथ ही गोष्ठी में प्रतिभाग करने वाले लोगों से फीडबैक भी लिया गया।
अभियान के दौरान बताया गया है अक्सर पारिवारिक विवाद / पारस्परिक भूमि विवाद का यथोचित समाधान नहीं दिखने पर अपराधिक घटनाओं में महिला सम्बन्धी अपराधों को जोड़ने की प्रवृत्ति भी सामाजिक रूप से देखने को मिल रही है। संक्षेप में कई अन्य प्रकरणों में ऐसी घटनायें दर्ज करा दी जाती हैं, जिनको बाद महिला एवं बालिकाओं संबन्धी अपराधों की श्रेणी में परिवर्तित कर दिया जाता है। जबकि मूलतः यह पारिवारिक और भूमि विवाद संबन्धी होती है।
दूसरी ओर वास्तविक रूप से महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्ध जो अपराध होते हैं, उनमें दुष्कर्म, शीलभंग जैसे संगीन मामलों में प्रताड़ित महिलाओं एवं बालिकाओं की मनोस्थिति काफी हद तक प्रभावित होती है और पीड़िता के जीवन में उस घटना का ट्रॉमा और भय सदैव के लिए बस जाता है। उक्त मानसिक आघात से उभरने के लिए पीड़िता को मनोवैज्ञानिक परामर्श की भी आवश्यकता होती है।
एक अन्य प्रकार का ट्रेंड जो सामने आ रहा है, उसमें नाबालिग बालिकाएं लव अफेयर, इलोपमेंट, लिव इन रिलेशनशिप जैसे सेनेरियो में फँस जाती हैं और किन्ही कारणों से उनको समझौता करना पड़ता है। कई बार बालिकायें अपनी सहमति से भी बिना सोचे समझे चली जाती है। साथ ही साथ बदनामी के भय से ऐसा संत्रास झेलना पड़ता है, जिसके कारण वह ऐसी स्थिति से निकलने में अपने आपको अक्षम महसूस करती है। परिवार में आपसी संवादहीनता और अभिभावकों से डर के कारण बालिकाए अपनी बात कह नहीं पाती है। इसके अतिरिक्त आज तकनीक के दुरूपयोग के चलते महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति साइबर बुलिंग के मामले भी सामने आ रहे है। इन सभी परिस्थितियों में सामाजिक जागरूकता, संवाद शिक्षा और परामर्श की बेहद आवश्यकता है ताकि महिलायें एवं बालिकायें इस प्रकार के षड़यंत्रों का शिकार न बने भावनाओं में बहकर अपना जीवन बर्बाद न करें, यदि उनके साथ किसी प्रकार का अपराध घटित होता है तो वह सच बोलने की हिम्मत रख पाये और विधिक कार्यवाही के साथ-साथ उनको परामर्श/सहयोग और पुनर्वास का मौका मिल सके।
Comments
Post a Comment