इटावा के डीएम ने परमीशन नही दी तो हाथरस में कराया गया भोले बाबा का सत्संग
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*अलार्म इण्डिया न्यूज*
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लखनऊ।उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग में मची भगदड़ को लेकर बड़ी खबर सामने आयी है।नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा इटावा में सत्संग का आयोजन करना चाहता था।इसके लिए बाबा ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जगह भी फाइनल कर लिया था,लेकिन इटावा डीएम ने सत्संग आयोजन को इजाजत ही नहीं दी।ऐसे में आखिरी समय में और आनन फानन में बाबा का सत्संग आयोजन हाथरस के सिकंदराराऊ में लगाया गया।यहां 2 जुलाई को सत्संग आयोजन हुआ,जिसमें भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई।
इटावा प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सहयोगियों ने पहले इटावा में सत्संग आयोजन करने की योजना बनाई थी।इसके लिए इन्होंने इटावा डीएम के दफ्तर में इजाजत के लिए आवेदन भी किया था। इसमें 2 जुलाई को होने वाले सत्संग आयोजन में लगभग 50 हजार लोगों के जमा होने की बात कही थी।इसके अलावा सत्संग में आने वाले लोगों की सुरक्षा वालंटियर्स से कराने का दावा किया गया था।इटावा डीएम ने जब इस आवेदन की जांच कराई तो कई सारी खामियां मिली।
इसके बाद इटावा डीएम ने भोले बाबा के आवेदन को खारिज कर दिया।आवेदन खारिज होने के बाद भोले बाबा ने आसपास के किसी अन्य जिले में सत्संग करने की जिम्मेदारी अपने बेहद खास सेवादार देवप्रकाश मधुकर (इंजीनियर) को दी। देवप्रकाश ने भी अपने संपर्कों का इस्तेमाल करते हुए आनन फानन में सत्संग का आयोजन हाथरस में रखवा दिया।हालांकि इस बार भी भोले बाबा के लोगों ने प्रशासन को गुमराह किया।
हाथरस डीएम को दिए आवेदन में 80 हजार लोगों की भीड़ जमा होने की बात कही।यहां सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने का भी दावा किया,जिससे पुलिस भी लापरवाह बनी रही।यहां तक कि एलआईयू को भी भनक नहीं लगी कि कब और कहां से इतनी बड़ी भीड़ कार्यक्रम में पहुंच गई।
बता दें कि मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फुलरई गांव में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई है और दो दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए है। इनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है।सौ से अधिक लोगों को हल्की फुल्की चोटें आई है।उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
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