पुलिस ने मेरी ब्रा उतारकर ब्रेस्ट पर लात मारी,पैंट भी उतारी.. आर्मी ऑफिसर की मंगेतर की पूरी कहानी डरा देगी आपको
अलार्म इण्डिया न्यूज
मामला 15 सितंबर की आधी रात का है, जब भारतीय सेना के एक मेजर अपनी मंगेतर के साथ रोड रेज के मामले की शिकायत दर्ज कराने गए। आरोप है कि पुलिस ने तुरंत एक्शन लेने से इनकार किया और इसके बाद थाने में ही मेजर की मंगेतर के साथ मार-पिटाई की गई। इस मामले में पांच पुलिसवाले सस्पेंड किए गए हैं।
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*15 सितंबर की सुबह पुलिस हिरासत में उत्पीड़न का आरोप*
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*रोड रेड केस में शिकायत दर्ज कराने गए थे मेजर और मंगेतर*
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*मामला सामने आने के बाद पांच पुलिसकर्मी किए गए सस्पेंड*
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*पीड़ित महिला रेस्टोरेंट चलाती हैं, जबकि उनके मंगेतर भारतीय सेना में मेजर हैं*
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नई दिल्ली। उन लोगों ने मेरी जैकेट से ही मेरे हाथ बांध दिए। एक महिला कांस्टेबल के दुपट्टे से मेरे पैरों को बांधकर, मुझे एक कमरे के अंदर बंद कर दिया। कुछ देर बाद एक पुलिसवाला आया और मेरी ब्रा हटाकर मेरे ब्रेस्ट पर लगातार लात मारता रहा...।' ये आपबीती है भारतीय सेना में नियुक्त एक मेजर की मंगेतर की। इस महिला के आरोप हैं कि जब वो पुलिस थाने में अपने मंगेतर के साथ शिकायत दर्ज कराने गई, तो उसके हाथ पैर बांधकर उसका उत्पीड़न किया गया।
मामला भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस स्टेशन का है। ओडिशा हाईकोर्ट से जमानत मिलने के एक दिन बाद महिला मीडिया के सामने आई और पुलिस स्टेशन में अपने साथ हुई एक-एक बात का खुलासा किया। इस मामले के सामने आने के बाद ओडिशा पुलिस ने पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है। आखिर क्या है ये पूरा केस? मेजर की मंगेतर के साथ उस रात पुलिस थाने में क्या क्या हुआ था? आइए आपको पूरी कहानी बताते हैं।
*भरतपुर थाने में उस रात क्या हुआ था?*
महिला के मुताबिक, 15 सितंबर की रात लगभग 1 बजे का वक्त था। वो अपना रेस्टोरेंट बंद करके घर जा रही थीं। कार में उनके साथ उनके मंगेतर भी थे, जो भारतीय सेना में मेजर हैं। इसी बीच कुछ लड़कों ने उनकी कार रोकी और हाथापाई करने लगे। महिला और उनके मंगेतर किसी तरह बचकर निकले और सीधे भरतपुर पुलिस थाने पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी शिकायत देते हुए तुरंत कार्रवाई की बात की।
*नाइटी पहने बैठी थी महिला कांस्टेबल*
महिला का कहना है कि थाने में एक महिला कांस्टेबल नाइटी पहने हुए रिसेप्शन पर बैठी थी। उन्होंने उससे शिकायत दर्ज करने और युवकों को तुंरत पकड़ने के लिए पुलिस भेजने को कहा। इसपर उस महिला कांस्टेबल ने मदद करने के बजाय उनके साथ बदतमीजी की। जब पीड़िता महिला ने उसे यह बताने की कोशिश की, कि वो एक वकील हैं और एफआईआर दर्ज करना उनकी ड्यूटी है, तो वह बुरी तरह भड़क गई।
*बाल पकड़े और मारपीट की*
इतने में एक पीसीआर आई और उसमें से एक महिला पुलिसकर्मी सहित कुछ पुलिसवाले उनके पास पहुंचे। उन्होंने महिला के मंगेतर से कहा कि वो लिखित में अपनी शिकायत उन्हें दें। हालांकि कुछ देर बाद ही पता नहीं क्यों, पुलिसकर्मियों ने मेजर को हवालात में बंद कर दिया। पीड़ित महिला ने जब कहा कि वो एक आर्मी ऑफिसर को इस तरह सलाखों के पीछे बंद नहीं कर सकते, तो दोनों महिला पुलिसकर्मियों ने उनके बाल पकड़े और मारपीट शुरू कर दी।
*हाथ-पैर बांधकर कमरे में किया बंद*
अपनी आपबीती में पीड़िता ने बताया कि वो बार-बार उनसे खुद को छोड़ने की गुहार लगाती रही, लेकिन दोनों महिला पुलिसकर्मी उन्हें बाल पकड़कर घसीटती हुईं थाने के अंदर ले गईं। इस दौरान एक महिला कांस्टेबल ने उनका गला घोंटने की कोशिश की, जिसपर पीड़िता ने उसके हाथ पर काट लिया। इसके बाद इन लोगों ने पीड़िता के हाथ उनकी जैकेट से और पैर एक महिला कांस्टेबल के दुपट्टे से बांधकर एक कमरे में बंद कर दिया।
*महिला की पैंट नीचे कर दिखाया निजी अंग*
पीड़िता के मुताबिक, कुछ देर बाद उस कमरे में एक पुलिसवाला आया और उनकी ब्रा उतारने के बाद लगातार उनके ब्रेस्ट पर लात मारने लगा। सुबह करीब 6 बजे थाने के इचार्ज इंस्पेक्टर वहां आए और महिला की पैंट नीचे की। इसके बाद उन्होंने अपनी पैंट उतारी और अपना निजी अंग दिखाते हुए महिला से भद्दे तरीके से बात की। वो लगातार चीखती रहीं, लेकिन कोई उनकी मदद के लिए नहीं आया।
*7 पुलिसकर्मियों पर लगाया आरोप*
इस मामले की जांच अब क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। वहीं, मेजर ने क्राइम ब्रांच के एडीजी को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि जब उनकी मंगेतर ने पुलिसकर्मियों से गिरफ्तारी वारंट मांगा, तो उसे घसीटकर एक कमरे में बंद कर दिया गया। उसके कपड़े उतार दिए गए और चार पुरुष पुलिसवालों सहित तीन महिला पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। इनमें थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर भी शामिल थे।
30 मिनट तक सुनीं मंगेतर की चीखें
मेजर ने आरोप लगाया है कि प्रभारी इंस्पेक्टर ने उनकी मंगेतर के साथ यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ की। उन्हें बाहर लगभग 30 मिनट तक अपनी मंगेतर की चीखें सुनाई दीं। अपने आरोपों में उन्होंने ये भी कहा कि जब सुबह 3 बजे वह शिकायत लिख रहे थे, तो चार पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया और एक कोठरी में ले गए। यहां उनकी पैंट उतारी गई और पर्स, फोन, आर्मी का आईडी कार्ड सहित कार की चाबी छीन ली गई। मामले में अब ओडिशा पुलिस ने भरतपुर थाने के इंचार्ज दीनाकृष्ण मिश्रा सहित पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
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