एटा (उ०प्र०): कोठी वाले बाबा के आश्रम पर दशहरा पर्व - शस्त्र पूजन एवं क्षत्रिय सम्मेलन सफलता पूर्वक संपन्न
अ.भा.क्षत्रिय कल्याण परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राजू आर्य को (हिंदू हित रक्षक) सम्मान से किया गया सम्मानित
विशन पाल सिंह चौहान (प्रधान संपादक) अलार्म इण्डिया न्यूज
एटा। अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद एटा के तत्वावधान में विजय दशवीं/ दशहरा के पावन पर्व पर गांव कुठिला लायकपुर स्थिति कोठी वाले वावा के आश्रम पर शास्त्र एवं शस्त्र पूजन, हवन ,यज्ञ तथा क्षत्रिय सम्मेलन वरिष्ठ पत्रकार नेत्रपाल सिंह चौहान की अध्यक्षता में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम मे संरक्षक की हैसियत से अंबरीश सिंह राठौड़ एडवोकेट,अवधेश सिंह चौहान एडवोकेट,महेश चंद्र सोलंकी प्रधान संपादक प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्री राम के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम के संयोजक विशन पाल सिंह चौहान प्रधान संपादक अलार्म इंडिया न्यूज, एवं जिला अध्यक्ष अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद एटा द्वारा सभी अतिथि गणों, पदाधिकारी गणों एवं संस्था के कार्यकर्ताओं का स्वागत सम्मान कराया गया। क्षत्रिय सम्मेलन में प्रमुख रूप से प्रसिद्ध कट्टर हिंदूवादी नेता रंजीत कुमार उर्फ राजू आर्य को माला, शाल एवं पगड़ी पहना कर हिंदू हित रक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अंबरीश सिंह राठौर ने कहा कि किसी भी कार्यक्रम की तुलना भीड़ की बजाय उसके अनुशासन, धैर्य और संयम तथा मर्यादा से की जाती है। उन्होंने श्री राम का उदाहरण देते हुए कहा कि वह तो अपनी राजधानी छोड़कर वनवास के लिए अकेले ही निकल पड़े, बाद में उन्होंने वहीं के स्थानीय निवासियों से तालमेल करके दुनिया के सबसे बड़े आक्रांता राक्षस रावण का वध करके लंका पर विजय प्राप्त कर ली। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि श्री राम अपने साथ अयोध्या से कोई सेना लेकर नहीं गये थे। जबकि लंका में राक्षसों का अपार समूह फिर भी श्री राम ने उसे मर्यादा तथा सत्य के युद्ध से परास्त कर दिया।
विशनपाल सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि आज के दौर में राजनीतिक स्तर पर क्षत्रियों की कोई गिनती नहीं है। तथा वर्तमान में वोट बैंक की राजनीति के कारण क्षत्रियों को सरकारी सुविधाओं, नौकरियां इत्यादि से पूरी तरह वंचित करके सराकारो द्वारा बर्बाद कर दिया गया है। और वोट बैंक के चलते आरक्षण का बोलबाला है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि क्षत्रियों के मान, सम्मान शिक्षा, सर्विस इत्यादि हकों की लड़ाई लड़ने के लिए क्षत्रियों को एकता का संकल्प लेना पड़ेगा।
वरिष्ठ पत्रकार नेत्रपाल सिंह चौहान ने क्षत्रियों की एकता पर बल देते हुए कहा कि क्षत्रियों को आपसी मनमुटाव, द्वेष भावना त्याग कर कंधे से कंधा मिलाकर एक साथ चलना होगा। तभी क्षत्रिय समाज की भलाई एवं विकास हो सकता है।
रंजीत कुमार उर्फ राजू आर्य ने कहा कि पूर्व काल में क्षत्रियों की कुर्बानी को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि यदि महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान ना होते तो भारत में मुगलों का शासन होता। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सनातन धर्म की ओर हम सभी लोगों को लामबंद होना पड़ेगा। तभी समाज एवं राष्ट्र का भला हो सकता है।
परिषद के महासचिव अभिषेक चौहान ने कहा कि एक और जहां संविधान में शिक्षा का सभी को समान अवसर प्रदान किया गया है वहीं आरक्षण के चलते क्षत्रिय समाज के साथ अन्याय किया जाता।
इसी क्रम में राजकुमार सिंह राठौर ने कविता के माध्यम से क्षत्रियों के साथ हो रहे अन्याय तथा उत्पीड़न की व्यथा सुनाते हुए कहा कि अब क्षत्रियों को एकजुट होकर उत्पीड़न करने वालों का मुकाबला करने का समय आ गया है। कार्यक्रम को अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में उपरोक्त के अलावा संतोष कुमार सिंह चौहान, सत्यवान सिंह चौहान पत्रकार, प्रशांत चौहान आदेश चौहान, जितेंद्र राघव, मोंटू राघव, राजेश सिसोदिया,भुवनेंद्र तोमर, यीशु सोलंकी, सहित अन्य सैकड़ो लोग मौजूद थे।
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